The Fact About kismat ka upay That No One Is Suggesting
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ईश् निंदा कभी भी न करें और किसी को भी कभी तीर्थस्थान की यात्रा करने से न रोकें.
ऐसा करने से आपका मन शांत रहता है और भाग्य आपका साथ देता है. साथ ही स्नान के बाद भगवान के दर्शन भी करने चाहिए.
नौवें भाव में केतु उच्च का और राहु नीच का माना गया है। यदि आपकी कुंडली में यह स्थिति है तो भाग्य पर अशुभ ग्रह स्थित है। हो सकता है कि इस स्थान पर अशुभ या क्रूर ग्रहों की दृष्टि हो या गुरु पर अशुभ ग्रहों की दृष्टि या गुरु शत्रु भाव में बैठा हो तो भाग्य कमजोर होगा और जातक को भाग्य का सहयोग प्राप्त नहीं होगा। अर्थात उसे उसके भाग्य से कुछ भी नहीं मिलेगा।
नकरात्मक ऊर्जा से बचें
उस डोरे को बच्चे के गले या कमर में बांध दें !
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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
यदि आप अपनी किस्मत चमकाने का उपाय कर रहे हैं तो गणेश जी की पूजा भी आपके लिए बहुत ही अच्छा उपाय है। यदि आप गणेश भगवान की प्रतिदिन विधि विधान से पूजा करते हैं तो आपकी किस्मत बदल जाएगी गणेश जी की पूजा करने के लिए ॐ गं गणपतये नमः मंत्र का जाप अवश्य करें जिससे सुख समृद्धि धन संपत्ति में वृद्धि होगी।
ध्यान रहे ऐसा करते हुए आपको कोई देखे नही !
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सातवें भाव में गुरु है तो घर में मंदिर click here रखना या बनाना मतलब परिवार की बर्बादी समझे। कपड़ों का दान करना वर्जित। पराई स्त्री से संबंध न रखें। साधु और फकीरों से दूर रहें, उन्हें किसी भी प्रकार का दान न दें। सोए हुए सातवें घर के लिए शुक्र को जगाना होता है। शुक्र को जगाने के लिए आचरण की शुद्धि सबसे आवश्यक है।
अपने दांत फिटकरी से साफ करें। सूर्य देव को प्रसन्न करने हेतु उपाय करें ।